एप्पल का Made In India: 2024 भारत में iPhone Batteries का निर्माण बढ़ाने का प्रयास

Apple ने चीन के प्रति अपनी आश्रितता को कम करने के लिए नए कदम उठाये हैं और भारत में iPhone Batteries बनाने के लिए विभिन्न निर्माताओं को प्रोत्साहित किया है। इस लेख में, हम इस पहल की विस्तृत जानकारी देंगे, जिसमें भारत में एप्पल की आगे की कदम से कैसे है।

iPhone Batteries
iPhone Batteries

पूर्वावलोकन:

एप्पल ने चीन के मानवनिर्मितन कम करने के लिए एक नया कदम उठाया है और भारत में iPhone Batteries निर्माण को बढ़ावा देने का निर्णय लिया है। इसका हिस्सा बनने के लिए एप्पल अब नवीनतम पीढ़ी के iPhone Batteries को भी भारत में बनवाना चाहता है।

कैसे हो रहा है यह प्रयास:

  1. जापानी कंपनी TDK का योजना: इस प्रयास का हिस्सा बनते हुए, भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राजमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने इस हफ्ते ही घोषणा की है कि जापानी कंपनी TDK भारत में iPhone Batteries निर्माण के लिए 180 एकड़ के क्षेत्र में एक सुविधा स्थापित कर रही है। यह बैटरीज iPhones में उपयोग के लिए होंगी।
  2. चीन की Desay और ताइवान की Simplo Technology को प्रोत्साहन: एप्पल अलग-अलग स्रोतों की विविधता बढ़ाने और चीनी निर्माण से अपनी संपर्क को कम करने के रूप में चीन स्थित Desay और ताइवान की Simplo Technology को भारत में नई कारख़ानों स्थापित करने और भविष्य के आदेशों के लिए भारत में उत्पादन को बढ़ाने के लिए प्रेरित कर रहा है।
  3. एप्पल की आपूर्ति श्रृंखला से कदमों का विस्तार: एप्पल की 2022 की आपूर्ति श्रृंखला का Reuters विश्लेषण ने दिखाया है कि कंपनी अपनी चीनी निर्माताओं पर निर्भरता को कम कर रही है। चीन ने कंपनी के उत्पाद स्थलों का 44 से 47 प्रतिशत का प्रमुख स्थान बनाया था, लेकिन यह स्लो रूप से 2021 में 36 प्रतिशत तक गिरा और यह आगे भी गिरता जा रहा है।
  4. अधिकतम उत्पादन क्षमता, गति और गुणवत्ता के लिए समस्याएं: कंपनी अब अपनी डिवाइस निर्माण के लिए वियतनाम और भारत दोनों की ओर देख रही है, लेकिन यह चीन के साथ अपने कार्यों की गुणवत्ता, गति, और कई बार तकनीकी क्षमता में पहुंचने में कठिनाइयों का सामना कर रही है, यह Financial Times की रिपोर्ट के अनुसार है।

एप्पल के विकास की स्थिति:

एप्पल ने पहले ही iPhone 15 को ताइवान की कॉन्ट्रैक्ट निर्माताओं जैसे Foxconn, Pegatron, और Wistron की मदद से भारत में बनाना शुरू किया है। Wistron ने हाल ही में अपना भारतीय व्यापार Tata Group को बेचने का ऐलान किया है। इसके बावजूद, Foxconn ने देश में अपने ऑपरेशन्स को बढ़ाने के लिए $1.5 बिलियन का निवेश करने का कारगर योजना की है।

चीनी निर्माण कंपनियों से अधिकांश iPhone के घड़े में जाने वाले घड़े के घटकों के लिए एप्पल की आश्रितता कंपनी के व्यापार के लिए खतरा पैदा करती है। दोनों देशों के बीच रिश्तों में तनाव और व्यापार संबंधों में तनाव की स्थिति के कारण एप्पल के उत्पादन क्षमता पर प्रभाव पड़ सकता है।

उदाहरण के लिए, चीन की अत्यंत कड़ी COVID नीतियों ने 2022 में iPhone 14 सीरीज के शिपमेंट को बाधित किया। इसके अलावा, दोनों देश आज भी तकनीकी बाधाओं में हैं, जिसे पूर्व राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रंप ने 2018 में नए टैरिफ और अन्य व्यापार बाधाओं की स्थापना करके ट्रिगर किया था, जिससे एक व्यापार युद्ध शुरू हो गया था।

एप्पल का यह प्रयास भारत में तकनीकी निर्माताओं के साथ साथ देश की अर्थव्यवस्था के लिए भी एक अद्वितीय अवसर है। इससे न केवल विभिन्नता में वृद्धि होगी, बल्कि यह भारत को भी एक तकनीकी निर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करेगा और नौकरीयों की सृष्टि में मदद करेगा। इसके साथ ही, उपभोक्ताओं को भी भारत में उत्पादन किए जाने वाले iPhone का आसानी से प्राप्त होने का भी लाभ होगा।


1. प्रश्न: एप्पल ने भारत में iPhone Batteries का निर्माण क्यों बढ़ाया है?

उत्तर: एप्पल ने भारत में iPhone बैटरीज का निर्माण बढ़ाने का प्रयास किया है ताकि वह चीन के प्रति अपनी आश्रितता को कम कर सके और वहां के स्थित निर्माण स्रोतों के संख्या को घटा सके। यह नया कदम भारत में तकनीकी निर्माताओं के साथ साथ अर्थव्यवस्था के लिए एक अद्वितीय अवसर भी प्रदान करता है।

2. प्रश्न: भारत में एप्पल कैसे iPhone Batteries निर्माण की प्रक्रिया में शामिल हो रहा है?

उत्तर: एप्पल ने भारत में iPhone Batteries निर्माण को बढ़ावा देने के लिए जापानी कंपनी TDK के साथ मिलकर कई प्रमुख पहलुओं को शुरू किया है। TDK भारत में बैटरी निर्माण के लिए एक नई सुविधा स्थापित कर रही है, जिसमें iPhone के लिए बैटरीज बनाई जाएंगी।

3. प्रश्न: एप्पल के भारत में विकास की स्थिति में कौन-कौन से नए कदम हैं?

उत्तर: एप्पल ने भारत में विकास की स्थिति में विभिन्न कदम उठाए हैं, जैसे कि जापानी कंपनी TDK के साथ बैटरी निर्माण के लिए साझेदारी, चीनी कंपनियों Desay और Simplo Technology को प्रोत्साहन देना, और अधिकतम उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए विभिन्न स्रोतों का उपयोग करना।

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