Tulsi Vivah 2023: शुभ मुहूर्त और महत्व
विषय: तुलसी विवाह दिनांक 22 नवंबर 2023
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मुहूर्त और समय:
- कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी: 22 नवंबर, रात 11:05 बजे से 23 नवंबर, रात 9:03 बजे तक।
- भद्राकाल: 23 नवंबर, सुबह 9:27 से रात 8:11 बजे तक (तुलसी विवाह का मुहूर्त: सुबह 7:57 से 9:27 बजे तक)
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विशेष आयोजन:
- तुलसी विवाह का आयोजन काशी विद्वत कर्मकांड परिषद, संतों के सानिध्य में, और श्रीमठ में होगा।
- बरातों के साथ गणेश घाट से मठ तक श्रीमठ में बड़े आत्मीयों के सानिध्य में बड़ा आयोजन होगा।
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तुलसी विवाह का महत्व:
- वेदों में कार्तिक मास में तुलसी विवाह का विशेष महत्व है।
- तुलसी विवाह से घर में सुख-शांति बनी रहती है और मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा बरसती है।
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तुलसी पूजन और विवाह की विधि:
- लकड़ी की चौकी को साफ करें और उस पर गंगाजल छिड़कें।
- कलश में पवित्र जल भरें और आसन बिछाएं।
- तुलसी और शालिग्राम को स्थापित करें और पूजन-अर्चन का क्रम सुरक्षित करें।
- तुलसी स्तोत्र और तुलसी चालीसा का पाठ करें।
- ब्राह्मणों को दान देने और रात्रि जागरण करने का आदर्श।
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तुलसी विवाह का फल:
- हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है और घर में मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु का आशीर्वाद होता है।
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सानिध्य में आयोजित विशेष कार्यक्रम:
- श्रीमठ में द्वारपूजा, तुलसी विवाह, और संतों के सानिध्य में बड़ा कार्यक्रम होगा।
- श्रीमठ से निकलेगी बड़ी बरात और शहनाई की धुन गूंजेगी।
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कार्तिक मास के महत्व:
- तुलसी विवाह से लेकर कार्तिक पूर्णिमा तक तुलसी का विशेष पूजन-अर्चन होगा।
- भगवान शालिग्राम-तुलसी विवाह इस मास में ही होगा।
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तुलसी विवाह का योगदान:
- इस समय में, भक्तों को आत्मिक संबंध बनाए रखने और धार्मिकता की भावना में समर्पित रहने का अद्भुत अवसर है।
- तुलसी विवाह के माध्यम से धार्मिक सांस्कृतिक परंपरा को बढ़ावा मिलता है और लोग आपसी समरसता का आनंद लेते हैं।
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तुलसी विवाह के परंपरागत आयोजन:
- शहर के विष्णु मंदिरों में भी पूजन अर्चन व तुलसी विवाह के आयोजन होते हैं।
- अस्सी घाट, आदिकेशव घाट व दशाश्वमेध घाट पर भी काफी भीड़ होती है और लोग भगवान की कृपा के साथ तुलसी विवाह का आयोजन करते हैं।
तुलसी विवाह के इस अद्वितीय समय में, भक्तों को आत्मिक संबंध बनाए रखने और धार्मिकता की भावना में समर्पित रहने का अद्भुत अवसर है।
Tulsi Vivah 2023:: शुभ मुहूर्त और महत्व
1. प्रश्न: तुलसी विवाह का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर: तुलसी विवाह का मुख्य उद्देश्य है भगवान विष्णु और तुलसी माता के विवाह की पौराणिक कथा के साथ धार्मिकता और सांस्कृतिक सामर्थ्य को मनाना।
2. प्रश्न: तुलसी विवाह का महत्व क्या है?
उत्तर: तुलसी विवाह के साथ घर में सुख-शांति बनी रहती है और मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा बरसती है, जिससे इसे धार्मिक और सांस्कृतिक महत्वपूर्णता प्राप्त है।
3. प्रश्न: तुलसी विवाह का आयोजन कैसे किया जाता है?
उत्तर: तुलसी विवाह के आयोजन में लकड़ी की चौकी साफ की जाती है, उस पर गंगाजल छिड़का जाता है, और फिर तुलसी और शालिग्राम को स्थापित करके पूजन-अर्चना का क्रम सुरक्षित किया जाता है।
4. प्रश्न: तुलसी विवाह का विशेष मुहूर्त कब है?
उत्तर: तुलसी विवाह का शुभ मुहूर्त सुबह 7:57 से 9:27 बजे तक है, जो भद्राकाल के बाहर है और उपयुक्त है।
5. प्रश्न: तुलसी विवाह से संबंधित धार्मिक और पौराणिक कथाएं क्या हैं?
उत्तर: तुलसी विवाह से संबंधित धार्मिक और पौराणिक कथाएं विविध हैं, जो हिन्दू धर्म की आध्यात्मिकता को बढ़ावा देने में मदद करती हैं।